शुक्रवार, 13 मार्च 2015

हमारा गठबंधन राष्ट्र-हित में है !

हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जो लोग काश्मीर में हमारे गठबंधन की पवित्रता पर प्रश्न उठा रहे हैं,उनमें राष्ट्र-हित की रत्ती-भर भी समझ नहीं है।हमारे लिए राष्ट्र-हित सबसे बढ़कर है,इसीलिए हमने इसे लपक कर पकड़ा है।हम गठबंधन-धर्म की महत्ता और उसकी शुचिता को बचाए रखने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहे हैं।हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि यह गठबंधन कोई सात फेरों या सात जन्मों वाला नहीं है।हम तो डल झील की सैर पर नौका-विहार कर रहे हैं.इस नौका से कभी-भी,किसी को भी छलाँग लगाकर कूद जाने का विकल्प उपलब्ध है,इसलिए नैतिक बन्धनों के खूँटे से बँधने का प्रश्न ही नहीं है।हम खुले दिल से,गले लग-लग कर मिले हैं,ऐसे में उनका हमारे गले पड़ना नितांत मिथ्या प्रचार है।

काश्मीर में हमने अपने लिए सरकार बनाई ही नहीं है इसलिए यह हमारी सरकार है ही नहीं ।वहाँ की जनता ने ‘बाप-बेटी’ के बजाय मौसेरे भाइयों की सरकार बनने का स्पष्ट जनादेश दिया है ।हम उसका पूर्ण सम्मान करते हैं।हमने जनता की इसी भावना को ध्यान में रखते हुए वर्षों पुरानी अपनी धारा को डल झील में समाहित कर दिया तथा राष्ट्रवाद को डूबने से बचाने के लिए उसे किनारे धर दिया है।हमारे दिल भले न मिल रहे हों पर सत्ता के लिए दलों को आपस में मिलाने में हमने कोई परहेज नहीं किया है।राष्ट्र के प्रति यह हमारी पूर्ण निष्ठा का परिचायक है।इससे कम में हम कभी कोई समझौता नहीं कर सकते हैं,यह हम आपको पूर्ण आश्वस्त करते हैं।

कुछ लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि हम मुफ़्ती साहब से मिले हुए हैं तो हम यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि पिछले तीन वर्षों से हम आपस में कभी मिले ही नहीं।इस तथ्य को कोई भी एजेंसी सत्यापित कर सकती है।हम बिना किसी से मिले हुए भी किस तरह उसमें मिल सकते हैं,यह हमने एक अनुकरणीय दृष्टान्त प्रस्तुत किया है।हमारा गठबंधन पूर्णतः वाई-फाई है,इसे हवा-हवाई बनाने के किसी भी प्रयास का हम विरोध करते हैं।हम कार्य करने वाले लोग हैं।बहुत दिनों से खाली बैठे थे,इसे पूरा करके ही दम लेंगे।यह हमारा राष्ट्रीय-निश्चय है।हमारे और मुफ़्ती साहब के दरम्यान मुफ्त में कोई न पड़े।हमने काश्मीर से परिवारवाद समाप्त कर दिया है,अब वहां आतंकवादियों को मुक्त करके आतंकवाद का समूल नाश करने में जुटे हैं।कृपया राष्ट्र-हित में धैर्य बनाए रखें।

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